आज शब्दों से तकरार हो गया लगता है, जुबा पर ना सही, दिल ही दिल में इजहार हो गया लगता है, उससे मिलते ही दिल खिल जाता है, मगर तनहाई में, अश्को को मुझसे ही प्यार हो गया लगता है। ~ पवन शुक्ला (गोरखपुरी)
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