चले जाओ आँसुओ मुझे आज फिर मुस्कुराना है, किसी अपने ने ही भेट किया मुझे ये नजराना है, बहुत मजबूर होकर बोल कविता के बदले मैने, वरना तो नशे से अपना नाता पुराना है।
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